अपना रुतबा और ऐटिटूड दिखने वाली बदमाशी शायरी 2 लाइन

दोस्तों आज हम आपके लिए लाये है कुछ बदमाशी शायरी 2 लाइन हिंदी भाषा में। जिनको आप पढ़ कर अपने दुश्मनो के लिए व्हाट्सअप और इंस्टाग्राम स्टेटस दाल सकते है और उनको आप अपनी भाषा में अपने रुतबे के बारे बता सकते है।

बदमाशी शायरी क्या है

बदमाशी शायरी हिंदी और उर्दू में एक प्रकार की शायरी है जो बहादुर होने और एक मजबूत रवैया रखने के बारे में बात करती है। यह अक्सर प्रभारी होने, आत्मविश्वासी होने और अपने पैरों पर खड़े होने जैसे विषयों पर केंद्रित होती है।

लोगों को यह शायरियां इसलिए पसंद आती है क्योंकि यह उन्हें यह दिखाने में मदद करती है कि वे कितने मजबूत और आत्मविश्वासी हैं। इसमें मज़ेदार चुटकुलों से लेकर शक्तिशाली संदेशों तक सब कुछ शामिल हो सकता है, जो कई अलग-अलग भावनाओं को छूता है।

Badmashi Shayari 2 Line

बेटा जब मैं अपने घर वालो की नहीं सुनता,
तो तुझे क्या लगता है कि, मैं तेरी सुनूंगा।

Badmashi Karne ki Shayari

खानदानी घमड़ है कोई दिखावा नहीं,
खुदा के अलावा किसी का खौफ नहीं।

Gangster Shayari 2 Line

जलने लगा है जमाना सारा,
क्योंकि चलने लगा है नाम हमारा।

Badmash Wali Shayari

कोशिश तुम बस यही करो,
जितना हो सके हमसे बच कर रहो।

Badmashi Mat kar Shayari

जो आंखों में डर नहीं, उसका नाम बदमाशी है,
सच बोलूं तो ये सब दिल की ही भाषा है।

Badmashi Wali Shayari

खामोशी मेरी समझ ना पाए,
बदमाशी का मतलब दुनिया बताए।

Badmas Shayari 2 Line

दो लाइनों में कह दिया सारा किस्सा,
जो समझ गया, वही असली बदमाश निकला।

Badmashi Shayari Photo 2 Line

रुतबा मेरा आसमान छूता है,
बदमाशी में मेरा नाम मशहूर होता है।

Badmashon ki 2 line shayari

दहशत के लिए ज़िगर होना चाहिए,
हथियार तो चौकीदार भी रखते हैं।

 

हम उस मैदान के खिलाड़ी है जिसमें,
तुम सिर्फ ताली बजा सकते हो।

Badmash Par Shayari

जिसे तुम बदमाशी कहते हो, वो
खेल हम बचपन से खेलते आ रहे हैं।

 

हमारा स्टाइल और हमारी शान,
बदमाशियों में हम लगते हैं जवान।

Haryanvi shayari 2 line badmashi

हम तो वो है जिन्हें देख के,
मुश्किलें भी शर्मिंदा है।

 

दुनिया में सब करते हैं बातें,
हमारी बदमाशी है खास मुलाकातें।

 

जो कल तक मुझे बदमाश कहती थी,
आज वही मुझसे प्यार करती है।

 

अच्छा ज्ञान देने वाला दोस्त,
जिंदगी का सारा गलत काम कर चुका होता है।

 

सिर्फ जंगल छोड़ा है,
याद रखना, शेर तो आज भी हम ही हैं।

 

जो मेरे से औकात की बात करते थे,
उन्हें उनकी सही जगह भी दिखाई है।

 

मैं अपने घरवालों की नहीं सुनता,
और तुम्हें लगता है मैं तुम्हारी सुनूंगा।

 

हम जैसे सिरफिरे ही इतिहास रचते हैं,
समझदार तो केवल इतिहास पढ़ते हैं।

 

न बे छोरी, मेरे पास ऐटिटूड है,
तेरे बाप का पैसा नहीं जो खत्म हो जाए।

 

याद करोगे तो याद रहोगे,
वरना याददाश्त हमारी भी कमजोर है।

 

जहाँ सच ना चले, वहाँ झूठ ही सही,
जहाँ हक ना चले, वहाँ लूट ही सही।

 

हमारा स्टेटस हमारी पहचान,
बदमाशियों में हमारा नाम महान।

 

बदमाशों की दुनिया में हमने हर काम किया है,
हर काण्ड में हमने बेताब राज़ किया है।

 

नफरत करने वालों को दिल से प्यार है,
क्योंकि दिल में हमारे मोहब्बत की दुकान है।

 

हम बदमाशी बस शायरी में दिखाते हैं,
क्योंकि हर शायरी में हम बदमाशी बता देते हैं।

 

आए हो तो एक बात सुन कर जाओ,
दोबारा मत आना, इस बार जिंदा जाओ।

 

हमारे तो बस दो ही उसूल हैं,
बदमाशी करो या फिर दूर रहो।

 

शब्द नहीं, हमारे काम बोलते हैं,
बदमाशियों में हमारे नाम गूंजते हैं।

 

क्या कहूं, मेरा खौफ नहीं है,
नशे में हो या जीने के शौक नहीं है।

 

मेरी औकात से बड़े मेरे सपने हैं,
मेरे खिलाफ खड़े मेरे अपने हैं।

 

बड़े गहरे राज है इस चेहरे के डार्लिंग,
मैं हस के निकलू तो भी खतरे की संभावना है।

 

आ रहे है हालातो और ठोकरों से सीख कर,
अबकी बार टूटेंगे नहीं तोड़ेंगे।

 

एटीट्यूड तो हमारा सबसे खास,
बदमाशियों में हमसे कौन बचेगा पास।

 

मत करो छेड़छाड़ मेरी ख़ामोशी से,
तुम पर बहुत भारी पड़ेगा।

 

बातों में दम, शायरी में शान,
हमारी बदमाशी का नहीं कोई बयान।

 

जनाब, हम थोड़े खामोश क्या हुए,
दुनिया हमें बेवकूफ समझने लगी।

 

माना की हमसे मिलना आसान नहीं,
पर बदमाशी में हमारा कोई नाम नहीं।

 

आंखों में खौफ, दिल में आग,
हमारे एटीट्यूड का यही है राग।

 

सबसे अलग, सबसे जुदा,
बदमाशी में हमारा नाम है खुदा।

 

शब्दों का खेल है और दिल की आवाज़,
बदमाशी शायरी में हमने पाया है राज़।

 

हम डर के नहीं,
सब कुछ कर के बैठे हैं।

 

शेर हमने लिखा, अंदाज तेरा,
बदमाशी की शायरी में दिल मेरा।

 

कापी कर लो शायरी हमारी,
बदमाशी का अंदाज़ रहेगा तुम्हारा।

 

दोस्तों के दिलो में और दुश्मनो
की खोपड़ी में रहना आदत हे हमारी।

हरियाणवी बदमाशी शायरी 2 लाइन

रै गाबरू, तू बदमाश जरूर स,
पर घर तै बाहर कोन्या।

 

बदमाश कोन्या मैडम,
बस यारा का नाम चाले स।

 

छोटू पाउडर खाके हाथी तो बन जावेगा पर,
शेर जिसा जिगरा कित तै ल्यावैगा।

 

सुन लाडले, भरोसा स म्हारा,
दंगल कोन्या जो हर कोई जीत लेगा।

 

हमारा शौक तो तलवार रखने का है,
बन्दूक के लिए तो बच्चे भी ज़िद करते हैं।

मुझे उम्मीद है कि आपको ये बदमाशी शायरी 2 लाइन पसंद आई होंगी! इन्हें अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें!

भाई बदमाश है शायरी 2 लाइन वाली क्या है?

कहने को तो हज़ारो महफिले हैं मेरे भाई,
पर तेरी कमी हर महफ़िल में होती है.

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