क्या आप शायरी के रूप में अपने अंदर के छूपे हुए दर्द को व्यक्त करना चाहते हैं? यहाँ प्रेमियों, दोस्तों और ज़िंदगी के लिए कुछ दर्दनाक उदास शायरी की हमारी सूची है। कभी-कभी कुछ स्थितियों के बाद अपने दर्द को व्यक्त करना बहुत मुश्किल हो जाता है, और ये दर्द भरी शायरिया हिंदी में आपकी मदद कर सकती है।
चाहे वह टूटा हुआ दिल हो, बिखरा हुआ सपना हो, या जुदाई का दर्द हो, यहाँ पर दी हुए दर्द भरी शायरी आपको अपने अंदर छूपे दर्द को व्यक्त करने में आपकी मदद करेगी। अगर अपने किसी का दिल तोडा है तो सॉरी शायरी पढ़े।
छोड़कर जाने वाली दर्द भरी शायरी
दिल छोड़ कर और कुछ माँगा करो हमसे,
हम टूटी हुई चीज़ का तोहफा नही देते है।
मेरे हालत जो तुम देख रहे हों ग़ालिब ये उसकी महेरबानी है
बरना बंदे हम भी कमाल के थे!
अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई,
तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं।
फिर से एक उम्मीद पाल बैठी हूँ,
फिर से तेरे पते पर चिट्टी डाल बैठी हूँ।
अब तो मेरे दुश्मन भी मुझे ये कह कर अकेला छोड़ गये,
की जा तेरे अपने ही बहुत हैं तुझे रुलाने के लिए।
बिछड़ने का तो वो पहले से ही मन बना चुकी थी,
अब तो बस उसे मेरी तरफ से बहाना चाहिए था।
न दर्द देखा न मौत देखि
जान तूने बस कफ़न मै मेरी लिपटी लाश देखि!
किसी की याद में दर्द भरी शायरी
संक्षेप में, यदि आप अपनी भावनाओं की एक शक्तिशाली अभिव्यक्ति की तलाश कर रहे हैं, या बस लिखित शब्द की सुंदरता की सराहना करना चाहते हैं, तो दर्द भरी शायरी एक आदर्श विकल्प है। अपनी कालातीत अपील और सार्वभौमिक विषयों के साथ, यह निश्चित रूप से इसे पढ़ने वाले किसी भी व्यक्ति पर एक स्थायी छाप छोड़ेगा।
- जहर की भी जरुरत नहीं पड़ी हमें मारने के लिए, तुम्हारे ऐसे बर्ताव ने ही हमें मार डाला।
- बहुत जुदा है औरों से मेरे दर्द की कहानी ज़ख्म का कोई निशान नहीं और दर्द की कोई इंतहा नही
- ज़र्रा ज़र्रा बिखर गया तेरी याद में, कतरा कतरा ही सही दर्द में मोहलत दे दे।
- मुझे किसी के बदल जाने का कोई गम नही, बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी।
- वो मुझे से बिछड़े तो जैसे बिछड़ गयी ज़िन्दगी मैं ज़िंदा तो हूँ पर ज़िंदा नहीं रहा
- तारे और इंसान में कोई फर्क नहीं होता, दोनो ही किसी की ख़ुशी के लिऐ खुद को तोड़ लेते हैं।
मेरे हाल बेज़ुबान है ये आंसू मेरी पहचान हैं,
मेरे हिस्से में बस पत्थर हैं दिल फूलों से अनजान है।
हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे,
लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे,
कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए,
जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।
चलो तुम साथ मत देना, मुझे बेशक भुला देना।
भुला देना सभी वादे, सभी कसमें, सभी नाते।
तुम्हे जाना मुबारक है, जो दिल चेहे वो सब करना,
मगर अब तुम किसी से भी अधूरा प्यार मत करना।
तेरी आंखें बता देती हैं बेवफाई के सारे राज,
अब छुपाए नही छुपते दिल के झूठे जज्बात।
तुमको लेकर मेरा ख्याल नही बदलेगा,
साल बदलेगा मगर दिल का हाल नहीं बदलेगा।
आज अलफ़ज़ नहीं मिल रहे थे,
दर्द लिख दिया हूँ महसूस कीजिये।
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।
आधा ख्वाब, आधा इश्क़, आधी सी है बंदगी,
मेरे हो…पर मेरे नही.. कैसी है ये जिंदगी।
चलते रहेंगे काफिले मेरे बाद भी यहाँ,
एक सितारा टूट जाने से फलक तनहा नहीं होता।
ज़हर देता है कोई, कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है।
टूट जायेगी तुम्हारी जिद की आदत भी उस दिन,
जब पता चलेगा की याद करने वाला अब याद बन गया।
छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,
मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,
क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,
मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ।
रात की गहराई आँखों में उतर आई,
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई,
ये जो पलकों से बह रहे हैं हल्के हल्के,
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई।
नहीं कोई साथ मेरे बिखरे जज़्बात मेरे,
कैसे समझाऊं मैं क्या हैं हालात मेरे।
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख्यालों के बाद,
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद।
तुझे चिठ्ठीयां नहीं करवटो की नकल भेजेंगे,
अब चादर के नीचे कार्बन लगाने लगे हैँ हम,
एक ख्वाहिश है मेरी, पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आकर लिपटे मुझसे, मेरी इजाजत के बगैर।
दिल अमीर था और मुकद्दर गरीब था,
अच्छे थे हम मगर बुरा नसीब था,
लाख कोशिश कर के भी कुछ ना कर सके हम,
घर भी जलता रहा और समंदर भी करीब था।
तुम पर भी यकीन है और मौत पर भी एतबार है,
देखते हैं पहले कौन मिलता है हमें दोनों का इंतजार है।
मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी,
अब चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी।
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।
अपना कोई मिल जाता तो हम फूट के रो लेते,
यहाँ सब गैर हैं तो हँस के गुजर जायेगी।
तुमसे नहीं होगा मेरे दर्द का इलाज़,
घाव को नासूर हुए वर्षे गुजर गयीं।
किससे पैमाने वफ़ा बाँध रही है बुलबुल,
कल न पहचान सकेगी गुल-ए-तर की सूरत।
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।
दुआ करना दम भी उसी दिन निकले,
जिस दिन तेरे दिल से हम निकले।
अश्कों का एक खुश्क दरिया बहता है मुझमें,
सैलाब है… मगर चुपचाप-सा रहता है मुझमें।
इलाजे-दर्दे-दिल तुमसे मेरे मसीहा हो नहीं सकता,
तुम अच्छा कर नहीं सकते मैं अच्छा हो नहीं सकता।
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।
अब तेरा नाम ही काफी है,
मेरा दिल दुखाने के लिए।
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
नज्म लिखूं आज कोई यह वक़्त का तकाजा है,
मेरे दिल का दर्द अभी ताजा-ताजा है,
छलक जाते हैं मेरे आंसू मेरे ही कागज पर,
लगता है कि कलम में स्याही का दर्द ज्यादा है।
अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे,
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे।
इतना परेशान ना कर ए जिंदगी,
हम कोनसा बार बार यहा आने वाले है।
एक मुद्दत से तुम्हारा इंतज़ार करते करते,
फिरते हैं हम दिल को बेक़रार किये हुए,
अगर आने में देर है तो इक तस्वीर भेज दो,
बहुत दिन हुए आपका दीदार किये हुए।
दिल तोड़कर मुस्कुरा रही हो आज,
देखना एक दिन तुम्हें भी पछताना होगा।
वो चांद आसमान का था,
जमीं पर क्या करता भला,
जो खुद एक ख्वाब सा था,
किसी पर क्या मरता भला।
ज़िंदगी रही तो याद सिर्फ तुम्हे ही करते रहेंगे,
भूल गए तो समझ जाना अब हम ज़िंदा नही रहे।
पता है तकलीफ क्या है किसी को चाहना,
फिर उसे खो देना और खामूश हो जाना।
तू चाहेगी मुझे मेरी तरह और,
जब कोई छोड़ देगा तुझे तेरी तरह।
जहर की भी जरुरत नहीं पड़ी,
हमें मारने के लि तुम्हारे ऐसे,
बर्ताव ने ही हमें मार डाला।
टूट गया अब दिल, बवाल क्या करे,
खुद ही पसंद किया था, अब सवाल क्या करे।
जिंदगी में एक मुकाम पर इंसान बेबस हो जाता है,
जब किसीका हो कर भी उसका हो नहीं सकता।
दर्द में भी आप मुस्कुराना सीख गए,
मतलब आप अच्छे से जीना सीख गए।
मत पूछा करो रात भर जागने की वजह हमसे,
मोहब्बत मैं कुछ सवालों के जवाब नहीं होते।
आँखों पर दर्द वाली शायरी
तुझे पाने की तमन्ना दिल से निकाल दी मैंने,
मगर आँखों को तेरे इंतज़ार की आदत सी बन गयी है।
रोती हुई आँखे कभी, झूठ नहीं बोलती क्योंकि,
आँसू तभी आते हैं, जब कोई अपना दर्द देता है!
पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह।
आँखों में उमड़ आता है बादल बन कर,
दर्द एहसास को बंजर नहीं रहने देता।
आंसू तन्हाई में निकलते है,
झूठी हंसी के लिए तो महफिले बहुत है।
टूटा वादा वाली दर्द देने की शायरी
हर दिन उसको हम ये वादा उनसे किया था,
भी वादा निभा रहे हैं और वो इसी वादों पे हमारे हस रहे है।
अधूरा ही रहा मेरा हर सफर,
कभी खो गया रास्ता, कभी हमसफ़र।
अगर खुदा ने पूछा तो कह देंगे,
हुई थी, मोहब्बत, मगर जिससे हुई,
हम उसके काबिल न थे।
बीते कुछ दिनों में इतना टूट गया हूँ मैं,
मानो कांच के टुकड़ो के साथ चकनाचूर हो गया।
हम आशा करते हैं कि आपको बेस्ट दर्द शायरी इन हिंदी का हमारा संग्रह पसंद आया होगा। यदि हां, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें।
सबसे रुला देने वाली शायरी कौन सी है?
हम तो तेरे पास कब के चले आये होते सब कुछ छोड़ कर, लेकिन तूने कभी हमे दिल से पुकारा ही नही है.
जिंदगी की दर्द भरी शायरी क्या है?
प्यार तो हुआ,
लेकिन प्यार मेरा नही हुआ.
दिल टूटने पर क्या लिखना चाहिए?
अगर आपका भी दिल टूटा है तो आप ये शायरी इस्तेमाल कर सकते है। इश्क़ की राह में मिला बस दर्द अपार, टूटे दिल की दास्तां कैसे करूं बयान।